मुझे सामने देख वे इतना खुश हुईं कि वर्णन करना मुश्किल है। मुझे सामने देख वे इतना खुश हुईं कि वर्णन करना मुश्किल है।
मेरे कानो में ईजा के शब्द सुनाई पड़ने बंद हो गए थे मेरे कानो में ईजा के शब्द सुनाई पड़ने बंद हो गए थे
इंसान की सबसे बड़ी ताकत है उसका आशावादी होना। इंसान की सबसे बड़ी ताकत है उसका आशावादी होना।
दोस्तों से मिलने की चाहत में आठ-दस दोस्तों को फोन मिला चुका था, पर सभी व्यस्त थे । दोस्तों से मिलने की चाहत में आठ-दस दोस्तों को फोन मिला चुका था, पर सभी व्यस्त थे...
वह अंदर ही अंदर बुरी तरह टूट चुका था। मर्द था सो खुलकर रो भी नहीं सकता था वह अंदर ही अंदर बुरी तरह टूट चुका था। मर्द था सो खुलकर रो भी नहीं सकता था
अपनी ख्वाहिशों को समेटकर जिम्मेदारियों से निबाह करना अपनी ख्वाहिशों को समेटकर जिम्मेदारियों से निबाह करना